JOURNAL OF INTERDISCIPLINARY RESEARCH

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A Bi-annual and bi-lingual Journal

ISSN 2349-672X

Category: July

यो तो बिहार की राजधानी पटना है किन्तु यह सर्वविदित है कि इसकी सांस्कृतिक राजधानी मुजफ्फरपुर है। अस्तु इस सांस्कृतिक राजधानी के समाज और उसकी संस्कृति को रेखांकित करना समीचीन जान पड़ता है।
यो तो बिहार की राजधानी पटना है किन्तु यह सर्वविदित है कि इसकी सांस्कृतिक राजधानी मुजफ्फरपुर है। अस्तु इस सांस्कृतिक राजधानी के समाज और उसकी संस्कृति को रेखांकित करना समीचीन जान पड़ता है।
मानव वैज्ञानिकों एवं समाज शास्त्रियों ने ग्राम-नगर और लोग -शिष्ट विभेद विषयक अध्ययनों में वस्तुतः इतिहासकारों की अपेक्षा अधिक गहरी रूधि दर्शायी है। सम्प्रदायों (समुदायों) में व्यक्ति पूर्ण होते है, जो समुदाय में लक्ष्य या उददेश्यों के विस्तृत आयामें को सन्तुष्ठ करते है।
मानव वैज्ञानिकों एवं समाज शास्त्रियों ने ग्राम-नगर और लोग -शिष्ट विभेद विषयक अध्ययनों में वस्तुतः इतिहासकारों की अपेक्षा अधिक गहरी रूधि दर्शायी है। सम्प्रदायों (समुदायों) में व्यक्ति पूर्ण होते है, जो समुदाय में लक्ष्य या उददेश्यों के विस्तृत आयामें को सन्तुष्ठ करते है।
यद्यपि कांग्रेस और महात्मा गॉधी के द्वारा आवाहन के बाद ही इस आंदोलन की आग भड़की तद्यपि इस आंदोलन मे सारी गॉधीवादी सीमाओं को तोड़कर जन विद्रोह का रूप धारण किया। 1873 की क्रांति के बाद यह ब्रिटिश सामा्रज्यवाद की सबसे बड़ी चुनौती थी।
यद्यपि कांग्रेस और महात्मा गॉधी के द्वारा आवाहन के बाद ही इस आंदोलन की आग भड़की तद्यपि इस आंदोलन मे सारी गॉधीवादी सीमाओं को तोड़कर जन विद्रोह का रूप धारण किया। 1873 की क्रांति के बाद यह ब्रिटिश सामा्रज्यवाद की सबसे बड़ी चुनौती थी।
कुपोषण देश में भयानक रूप से फैला हुआ है। कुपोषण अमीर एवं गरीब दोनों वर्ग के लोगों में फैला हुआ है। कुपोषण स्त्री, पुरूष एवं बच्चों सभी में फैला हुआ है। कुपोषण के कारणों का जब तक निदान नहीं होगा, देश से कुपोषण दूर नहीं होगा। राजेन्द्र कृषि विश्वविधालय यद्यपि समस्तीपुर से नजदीक ही है, लेकिन सभी लोग अज्ञानता के कारण लाभ नहीं उठा पाते हैं।
कुपोषण देश में भयानक रूप से फैला हुआ है। कुपोषण अमीर एवं गरीब दोनों वर्ग के लोगों में फैला हुआ है। कुपोषण स्त्री, पुरूष एवं बच्चों सभी में फैला हुआ है। कुपोषण के कारणों का जब तक निदान नहीं होगा, देश से कुपोषण दूर नहीं होगा। राजेन्द्र कृषि विश्वविधालय यद्यपि समस्तीपुर से नजदीक ही है, लेकिन सभी लोग अज्ञानता के कारण लाभ नहीं उठा पाते हैं।
इतिहास साक्षी है कि मगध साम्राज्य के काल से ही बिहार में उद्योग की प्रमुखता रही है। लेकिन, कम्पनी शासन के आगमन के साथ ही बिहार में उद्योगों में गिरावट शुरू हो गयी थी और सन् 1836 ई. के आते-आते बिहार बंगाल का एक कनीय उपग्रह बन गया। जबकि यह पहले उत्तर प्रदेश के साथ उसी रूप में वर्गीकृत था।
इतिहास साक्षी है कि मगध साम्राज्य के काल से ही बिहार में उद्योग की प्रमुखता रही है। लेकिन, कम्पनी शासन के आगमन के साथ ही बिहार में उद्योगों में गिरावट शुरू हो गयी थी और सन् 1836 ई. के आते-आते बिहार बंगाल का एक कनीय उपग्रह बन गया। जबकि यह पहले उत्तर प्रदेश के साथ उसी रूप में वर्गीकृत था।
प्रथम विश्वयुद्व के बाद श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठन की आवश्यकता महसूस की गई थी और प्रथम विश्वयुद्व (1914-18) की विभीषिका से जो जान-माल की क्षति हुई थी, उसने ऐसे संगठन की स्थापना करने के लिए विश्व के तमाम नेताओं को विवष कर दिया था।
प्रथम विश्वयुद्व के बाद श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठन की आवश्यकता महसूस की गई थी और प्रथम विश्वयुद्व (1914-18) की विभीषिका से जो जान-माल की क्षति हुई थी, उसने ऐसे संगठन की स्थापना करने के लिए विश्व के तमाम नेताओं को विवष कर दिया था।
ब्रिटिश काल से पूर्व हमारा देष आर्थिक रूप से स्वतंत्र था। यद्यपि ज्यादातर लोगों की जीविका का साधन कृषि ही था, फिर भी हमारी अर्थव्यवस्था विभिन्न प्रकार के उत्पादों से द्योतक होती थी। भारत सूती और रेशम के हस्त उत्पादों की वजह से प्रसिद्ध था।
ब्रिटिश काल से पूर्व हमारा देष आर्थिक रूप से स्वतंत्र था। यद्यपि ज्यादातर लोगों की जीविका का साधन कृषि ही था, फिर भी हमारी अर्थव्यवस्था विभिन्न प्रकार के उत्पादों से द्योतक होती थी। भारत सूती और रेशम के हस्त उत्पादों की वजह से प्रसिद्ध था।
वैश्वीकरण एक ऐसा कनखजूरा है जिसके बावन हाथ हैं। वर्तमान जीवन का कोई पहलू, कोई कोना इससे अछूता नहीं है। 90 के दशक में भारत में उदारीकरण, बाजारीकरण और वैश्वीकरण की प्रक्रिया ने अपने साथ संचार क्रांति लेकर आया,
वैश्वीकरण एक ऐसा कनखजूरा है जिसके बावन हाथ हैं। वर्तमान जीवन का कोई पहलू, कोई कोना इससे अछूता नहीं है। 90 के दशक में भारत में उदारीकरण, बाजारीकरण और वैश्वीकरण की प्रक्रिया ने अपने साथ संचार क्रांति लेकर आया,
The representation of women in the village administration has brought about a tactical shift in the functioning of grassroots democracy. The changing situation in power structures has created opportunities for the Indian woman to take active part in panchayati raj.
The representation of women in the village administration has brought about a tactical shift in the functioning of grassroots democracy. The changing situation in power structures has created opportunities for the Indian woman to take active part in panchayati raj.
Creative behavior is the term that is derived from Torrance’s definition: perception of gaps, imbalances and missing elements and formulating new hypotheses, reaching certain results, testing the hypotheses, and linking the results with its modifications, and re-testing these hypotheses and then circulated.
Creative behavior is the term that is derived from Torrance’s definition: perception of gaps, imbalances and missing elements and formulating new hypotheses, reaching certain results, testing the hypotheses, and linking the results with its modifications, and re-testing these hypotheses and then circulated.

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